तीन दुकानदारों के खिलाफ केस दर्ज, पुलिस ने कई वाहनों को किया सीज

मंगलवार रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले 21 दिन तक भारत में लॉक डाउन की बात कही। जिसके बाद आज बुधवार की सुबह राजधानी देहरादून सहित अन्य शहरों में खुली दुकानों में भारी भीड़ दिखाई दी। आलम ये हुआ कि देहरादून के आढ़त बाजार में सुबह सात बजे ही जाम की स्थिति हो गई। सामान के लिए लोगों में मारामारी का आलम नजर आया।


 

लाइव अपेडट:
-हरिद्वार में लॉकडाउन के दौरान तीन घंटे की छूट के बाद भी दुकान खोलने पर पुलिस ने तीन दुकानदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा बिना वजह सड़क पर वाहन निकालने वालों के खिलाफ अभियान चलाया। पुलिस ने कई दोपहिया और चौपहिया वाहनों को सीज कर दिया।

-  उत्तराखंड में लॉकडाउन के बीच एक और कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आया है। स्पने से हाल ही में कोटद्वार के दुगड्डा पहुंचे 26 साल के युवक में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही अब उत्तराखंड में पांच कोरोना पॉजिटिव केस हो गए हैं।

- हरिद्वार के जैनपुर झंझरी गांव में घर बैठने के लिए कहने पर दो पक्षों में जमकर पथराव हुआ। इस पथराव में कोई घायल नहीं हुआ। पुलिस ने लाठियां फटकार कर लोगों को भगाया और तीन युवकों को हिरासत में लिया।

- देहरादून से श्रीनगर लौटी एक युवती को होम क्वारंटाइन किया गया है। वह देहरादून के उस होटल में कार्यरत थी, जहां एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी।

- हल्द्वानी में मजदूरी के लिए देवरिया रानीखेत अल्मोड़ा बागेश्वर आदि स्थानों से पहुंचे लोग रामलीला मैदान में 22 तारीख से ठहरे हुए हैं। उनका कहना है कि खाली हाथ वापस जाने की हिम्मत नहीं बांध पा रहे हैं। सरकार कुछ मदद दे दो हम भी अपने घर की और जाएं।

हरिद्वार के विभिन्न होटल और धर्मशाला में फंसे करीब 4000 यात्री वापस जाने के लिए प्रशासन से अपील कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई मदद नहीं की। खाने पीने के लिए भी दिक्कत हो रही है। कई सामाजिक और आध्यात्मिक संस्थाओं ने आगे आकर मदद के लिए हाथ  बढ़ाए हैं।

लॉकडाउन की वजह से देवभूमि उत्तराखंड के मंदिर बंद होने के कारण भक्तों ने नवरात्रि की पूजा घरों में ही की।

दो दिनों में उत्तराखंड में 200 लोगों का शांतिभंग में चालान किया गया। वहीं 217 लोगों को धारा 144 का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किया गया। जिन्हें बाद में निजी मुचलकों पर छोड़ दिया गया।